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भाजपा के संभावित प्रत्याशियों की सूची के बाद भाजपा में विरोध का दौर जारी
रायपुर : छत्तीसगढ़ बीजेपी की संभावित प्रत्याशियों की सूची वायरल होने के बाद प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं में कोहराम मचा हुआ है। फिलहाल, कयासों के नाम पर ही विवाद चल रहा है। कई नामों पर भाजपा के भीतर बवाल मचा हुआ है। बात पार्टी हाईकमान तक पहुंच चुकी है।
रायपुर में उत्तर और ग्रामीण विधानसभा के अलावा अकलतरा, बैकुंठपुर, धरसींवा, आरंग, साजा, तखतपुर, रायगढ़, दुर्ग, वैशालीनगर, नवागढ़ के अलावा 13 में से 11 पूर्व मंत्रियों को टिकट देने और महिला उम्मीदवार कम देने के अलावा साहू, गुजराती, सिंधी समाज, गाड़ा उत्कल, ब्राम्हण समाज ने भाजपा के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया।
इसी क्रम में कार्यकर्ताओं ने आरंग से रायपुर तक जमकर बवाल किया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता डूमरतराई स्थित बीजेपी कार्यालय में पहुंचकर विरोध प्रर्दशन किया। पार्टी के सीनियर नेताओं से मिलने के नाम पर अड़े रहे। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमें पैराशूट लैंडिग प्रत्याशी (बाहरी) नहीं चाहिए। इस दौरान प्रदेश कार्यालय में उपस्थित कुछ पदाधिकारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की पर वो नहीं माने। आरंग से रायपुर तक पैदल मार्च कर बीजेपी कार्यालय पहुंचे पर कार्यालय में जमीन पर ही बैठकर विरोध जताते रहे।
वहीं रायपुर ग्रामीण से उत्तर भारतीय समाज के एक धड़े में भारी नाराजगी है। वो बीजेपी नेता रविंद्र सिंह को टिकट दिए जाने की मांग कर रहे हैं।
इस प्रकरण से दो दिन पहले ही धरसीवां विधानसभा सीट पर पैराशूट प्रत्याशी छत्तीसगढ़ी एक्टर अनुज शर्मा के टिकट दिए जाने की चर्चा को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल कर एक्टर का पुलता फूंककर विरोध जताया था। बाहरी भगाओ, धरसीवां बचाओ के नारे भी लगाए गए थे।
वहीँ बिलाईगढ़ के भटगांव में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने लिस्ट में आए नाम का विरोध किया और पैराशूट प्रत्याशी का पुतला दहन किया है।
अकलतरा के बीजेपी कार्यकर्ता, मौजूदा विधायक सौरभ सिंह को दुबारा टिकट न देने की माँग कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि सौरभ सिंह को टिकट मिला तो बीजेपी का एक भी कार्यकर्ता वहाँ काम नहीं करेगा, पार्टी समझ लेगी कि वहाँ भाजपा नाम की कोई चीज नहीं रहेगी। उनका कहना है कि सौरभ सिंह कार्यकर्ताओं की पूछ परख नहीं करते।
रायपुर- बसना विधानसभा के भी कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय पहुँचे वे संभावित वायरल लिस्ट में संपत अग्रवाल का नाम आने से नाराज़ है। कार्यकर्ताओं ने संगठन महामंत्री पवन साय से मुलाक़ात कर संपत अग्रवाल को टिकट न देने की माँग की है। कार्यकर्ताओं ने कहा – संपत अग्रवाल बीजेपी से निष्कासित था, पिछले विधानसभा में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ चुका था, संपत अग्रवाल के अलावा पार्टी किसी को भी टिकट बसना से दे दे।
आलाकमान लेगा निर्णय
पार्टी सूत्रों के अनुसार आलाकमान ने सूची लीक मामले में एक आंतरिक रिपोर्ट भी मंगवा ली और सूची लीक करने वालों की पहचान के साथ मीडिया में इसे लेकर चल रही चर्चाओं का भी पता लगा लिया हैं। राष्ट्रीय नेताओं की इस गंभीरता के बाद तय हुआ कि अधिकृत सूची अभी जारी न किया जाए, बल्कि जिन नामों को लेकर विरोध हो रहा है, वहां दुबारा पुनर्विचार किया जाए। अब भाजपा सूत्रों का कहना है कि सूची तो जारी होगी, मगर विशेष कृपा पात्र प्रत्याशियों का नाम बदलकर अब नए नाम सामने आएंगे।
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