रक्तदान करें – जीवन बचाएं’ थीम के तहत सैनिकों और नागरिकों ने सेना दिवस-2023 के उपलक्ष्य में रक्तदान किया

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नई दिल्ली (IMNB). 

सेना दिवस 2023 के सिलसिले में देश के दक्षिणी भाग में आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना,तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में स्थित भारतीय सेना की टुकड़ियों/इकाइयों ने 24 दिसंबर,2022 को बड़े पैमाने पर रक्तदान अभियान का संचालन किया। मानव सेवा में योगदान करने के लिए भारतीय सेना द्वारा यह अभियान प्रमुख नागरिक अस्पतालों एवं सामाजिक संगठनों के सहयोग से संचालित किया गया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि दान किया गया रक्त सही समय पर जरूरतमंद रोगियों तक पहुंच जाए।

आगामी 15 जनवरी 2023 को 75वें सेना दिवस के उपलक्ष्य में ‘रक्तदान करें – जीवन बचाएं’ थीम के तहत आयोजित स्वैच्छिक दान कार्यक्रम के माध्यम से 7,500 यूनिट रक्त इकट्ठा किया गया और 75,000 स्वयंसेवकों का एक डेटा बैंक भी संकलित किया गया। इस रक्तदान अभियान के दौरान सेना के जवानों और उनके आश्रितों, नागरिक सुरक्षा कर्मचारियों, एनसीसी कैडेटों, कॉलेज के छात्रों, आर्मी पब्लिक स्कूल के शिक्षकों एवं सार्वजनिक जीवन के सभी क्षेत्रों के स्वयंसेवकों की शानदार प्रतिक्रिया देखने को मिली। इन शिविरों का आयोजन सभी प्रमुख शहरों के साथ-साथ सभी देखरेख वाले दक्षिणी कमान क्षेत्र के 10 राज्यों में दूर-दराज के इलाकों में किया गया था।

दक्षिणी कमान के जिन स्थानों पर रक्तदान अभियान का आयोजन किया गया था, उनकी सूची यहां पर नीचे दी गई है: –

राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश शहर / कस्बे
महाराष्ट्र मुंबई, पुणे, किरकी, खडकवासला, देहू रोड, कैम्पटी, पुलगाँव, अहमदनगर,देवलाली और औरंगाबाद
गोवा पणजी
राजस्थान जोधपुर, नसीराबाद, जैसलमेर,लौंगेवाला, उदयपुर, निवारू, अलवर,माउंट आबू, अजमेर और जालिपा
गुजरात गांधीधाम, अहमदाबाद, जामनगर,धरंगधारा और भुज
मध्य प्रदेश बबीना, सागर, धाना, ग्वालियर और भोपाल
तेलंगाना सिकंदराबाद और हैदराबाद
तमिलनाडु कोयम्बटूर, चेन्नई और वेलिंगटन
केरल तिरुवनंतपुरम और कन्नूर
कर्नाटक बेंगलुरु और बेलगावी
उत्तर प्रदेश झांसी

आयोजित रक्तदान कार्यक्रम ने सैन्य-असैन्य संपर्क को अधिक बेहतर करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और देश के नागरिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने की भारतीय सेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।

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