भानुप्रतापदेव एवं इंदरू केवट कन्या महाविद्यालय द्वारा एड्स जागरूकता रैली निकालकर किया लोगो को प्रेरित

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कांकेर। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सरला आत्राम के मार्गदर्शन में भानुप्रतापदेव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांकेर एवं इंदरू केवट कन्या महाविद्यालय कांकेर के संयुक्त तत्वाधान में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एड्स जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में दोनों महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य क्रमशः डॉ.व्ही.के.रामटेके एवं बी.समुंद द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रैली को आगे बढ़ने की अनुमति दी गई। रैली में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं रेड रीबन के विद्यार्थियों एवं दोनों महाविद्यालय के प्राध्यापकगण सम्मिलित हुए। पूरे जोश एवं उमंग के साथ विद्यार्थियों द्वारा एड्स से संबंधित नारा लगा कर लोगों को जागरूक किया गया। डॉ. बसंत नाग ने अपने उद्धबोधन में कहा कि 01 दिसम्बर 1988 से विश्व एड्स दिवस मनाना शुरू किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य एड्स के बारे में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा बार-बार बुखार आना, तेजी से वजन में कमी आना, थकान लगना, दस्त और खॉंसी इत्यादि होने पर जांच कराने से कतरायें नहीं, न ही छुपाएं बल्कि जांच करायें, क्योंकि छिपाने से बीमारी बढ़ती है। इन्दरू केंवट के कार्यक्रम अधिकारी आरती मरकाम ने विद्यार्थियों को कहा कि इस रैली का उद्देश्य तभी पुरा होगा जब हम स्वयं जागरूक हो और दूसरों को भी जागरूक करें। कार्यक्रम अधिकारी आशीष कुमार नेताम ने बताया की यह एक सक्रांमक रोग है और इस बीमारी की कोई वैक्सीन नहीं बनी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी संरचना काफी जटिल है। और इसके लिए वैक्सीन बनाने का प्रयास निरन्तर जारी है। इसलिए यह बीमारी में जानकारी ही बचाव है। कार्यक्रम अधिकारी अलका केरकेट्टा ने आईसीटीसी एंटीग्रेटेड काउसंलिग एण्ड टेस्टीग संेटर एवं एआरटी एण्टी रैटरल थेरेपी सेंटर के बारे में बताते हुए की एच.आई.व्ही. मरीज एआरटी लेते हुए काफी लम्बे समय तक अपना सामान्य जीवन जी सकता है। रैली में दोनों महाविद्यालय के प्राध्यापकगणें के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना एवं रेड रींबन के 70 विद्यार्थी शामिल हुए। समस्त जानकारी भानुप्रतापदेव कालेज की प्रो. अलका केरकेटटा कार्यक्रम अधिकारी रासेयो द्वारा दिया गया।

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