रायपुर। दिनांक 13/12/2022। मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने संसद पर हुए हमले की 21वीं वर्षगांठ पर शहीदों के प्रति खिराजे अकीदत पेश करते हुए उन्हें नमन करते हुए स्मरण किया है तथा शहीद जवानों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।
रिजवी ने इस अवसर पर नौ दिसम्बर को चीन द्वारा हमारे जवानों के साथ की गई झड़प एवं हाथापाई को चीन की घिनौनी हरकत निरूपित किया है। चीन द्वारा ऐसी हरकतों में इजाफा ही होता जा रहा है, जिसे भारत कभी बर्दाश्त नहीं करेगा तथा हमारी जांबाज सेना उनकी ईट का जवाब पत्थर से देना जानती हैं। चीन हमारे धैर्य को कमजोरी समझने की भूल न करे। हमारी सेना चीन की इस तरह की हर हरकत का बखूबी जवाब देना जानती है।
रिजवी ने भारत सरकार तथा रक्षामंत्री को इस झड़प की जानकारी 09 दिसम्बर को ही पता चल गई होगी, उसके बावजूद देश की जनता को इस खबर को पहुंचाने में केन्द्र एवं रक्षा मंत्रालय को चार दिन लग गए जबकि रक्षा मंत्री को उसी दिन देशवासियों को इस चीनी अक्षम्य वारदात के बारे में बता देना चाहिए था। गुजरात में इस बीच 11 दिसम्बर को आयोजित शपथ समारोह को भी रोक देना चाहिए था तथा जनता को इस चीनी नापाक हरकत से 09 दिसम्बर को ही अवगत करा देना चाहिए था, जो नहीं किया गया। इस अक्षम्य अमानवीय अपराध के लिए केन्द्र सरकार को देश की जनता से क्षमा याचना करना चाहिए। चीन की सेना एलएसी पर विगत कई वर्षों से हमारे क्षेत्र में घुसने की हिमाकत करती रही है, इसलिए केन्द्र सरकार को चाहिए कि एलएसी की घुसपैठ पर वस्तुस्थिति की सही जानकारी से अवगत होने एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल तत्काल भेजे।
*(इकबाल अहमद रिजवी)
+ There are no comments
Add yours