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भिलाई की रश्मि बनी एयर इंडिया एक्स्प्रेस में पायलेट.. रौशन किया छत्तीसगढ़ का नाम..
रायपुर/भिलाई : मेहनत और लगन से भिलाई की एक बेटी ने वो कर दिखाया जो हजारों-लाखों युवाओं का सपना होता है. बी एस पी में पदस्थ रवि प्रकाश देवांगन और श्रीमती इंदु देवांगन की बेटी रश्मि की सफलता के बाद हर कोई कह रहा है कि वाकई बेटियां किसी से कम नहीं होती है. रश्मि की इस सफलता से अब न सिर्फ परिवार गौरान्वित महसूस कर रहा है बल्कि समूचे भिलाई और प्रदेश देवांगन समाज में भी खुशी और गर्व का माहौल है, और हर कोई रश्मि की तारीफ कर रहा है। क्योंकि छत्तीसगढ़ भिलाई की यह बेटी अब एयर इंडिया एक्स्प्रेस में पायलट बन चुकी है.
शुरू से ही प्रतिभावान रही रश्मि ने डीपीएस भिलाई से प्रारंभिक शिक्षा लेने के बाद NIT रायपुर से उच्च शिक्षा प्राप्त की और विप्रो कंपनी में इंजीनियर के रूप में भी अपनी सेवाएं दी। लेकिन बचपन से ही मन में पायलेट बनने का जुनून था, संयोगवश करोना काल के दौरान वर्क फ्रॉमहोम करते हुए उसने अपने इस सपने को पुरा करने के लिए पूरी सिद्दत से तैय्यारी की और विप्रो का जॉब छोड़ इंदौर के मध्य प्रदेश फ्लाइंग क्लब से 200 घंटे की ट्रेनिंग लगभग 2 वर्षों में पुरा की।
रश्मि बनी युवाओं के लिए प्रेरणा
कहते है मंजिले उन्हीं को मिलती है,जिनके सपनों में जान होती है. पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है. इस कहावत को रश्मि ने चरितार्थ कर दिखाया है । अपने कठिन परिश्रम से इस बेटी ने वह मुकाम हासिल किया, जिसकी कल्पना परिजनों ने कभी नहीं की थी.रश्मि की इस सफलता से न सिर्फ भिलाई, बल्कि जिले सहित प्रदेश के लिए गर्व की बात है.क्योंकि अब वह प्रदेश के बहुत से युवाओं की प्रेरणा भी बन चुकी है।
परिवार ,समाज और प्रदेश को किया गर्वानवित्
रश्मि ने बताया कि उसके इस प्रयास में परिवार ने भरपूर मदद की। वहीँ अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर परिवार का कहना है उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी बेटी एक पायलट बनेगी. रश्मि के माता पिता बेटी को इंजीनियर बनाना चाहते थे, और वह बनी भी लेकिन बेटी पायलट बनना चाहती थी। इसलिए उनके परिजनों ने रश्मि को स्पोर्ट किया और आज परिवार जनों को बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व है. बहरहाल रश्मि की सफलता से परिवार सहित भिलाईवासी बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे है वही इसके लिए रश्मि को शुभकामनाएं भी दे रहे हैं.
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