जिला स्वास्थ्य एवं अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित

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कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों का बैठक लेकर स्वास्थ्य सेवाओं को जिले के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने दिये निर्देश

उत्तर बस्तर कांकेर 29 दिसम्बर 2022 :- कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति, जिला अन्तर्विभागीय समन्वय समिति पी.सी.पी.एन.डी.टी. अधिनियम, सलाहकार समिति, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, जिला टीकाकरण टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई है। जिसमें मातृ स्वास्थ्य, वीएचएसएनडी, शिशु स्वास्थ्य, एमडीएस आर, सीडीआर, एनीमिया मुक्त भारत अभियान, आरबीएसके, टीकाकरण, परिवार नियोजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय मलेरिया मुक्त कार्यक्रम, कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर, राष्ट्रीय मोतियाबिंद नियंत्रण कार्यक्रम, मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, हमर लैब, चिकित्सालय और फायर सेफ्टी संबंधी विषयों पर विस्तृत चर्चा किया गया। कलेक्टर ने उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाओं को जिले के अंतिम व्यक्तियों तक पहुंचाने निर्देशित किये हैं।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने ब्लाक स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर एच.आर.पी. ट्रेकिंग, स्व सहायता समूह के माध्यम से समन्वय स्थापित कर एच.आर.पी. की रोकथाम तथा अच्छा कार्य करने वाले आर.एच.ओ. महिला,पुरुष एवं स्व सहायता समूह को सम्मानित करने के निर्देशित किया गया। उन्होंने गर्भवती माताओं के साथ ही सभी बच्चों को आयरन फोलिक एसिड टैबलेट की खुराक नियमित रूप से देने के साथ संस्थागत प्रसव हेतु ई.डी.डी. के ट्रेकिंग सिस्टम को दुरूस्त कर अन्य संस्थाओं एवं जिले के बाहर जाने वाले प्रसव वाली माताओं की सूची बनाने तथा सभी सीएचओ एवं एएनएम व चिकित्सा अधिकारियों का प्रशिक्षण करने और एएनएम एवं मितानिनों को समन्वय स्थापित कर पीएनसी को फॉलोअप करने के निर्देश दिये। जिला कांकेर वीएचएसएनडी निरीक्षण के लिए राज्य में प्रथम होने पर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने प्रशंसा करते हुए कहा कि सभी बीएमओ एवं बीपीएम को वीएचएसएनडी सत्र परीक्षण एवं वीएचएसएनडी सत्र स्थल पर गर्भवती महिलाओं के जांच हेतु पृथक परीक्षण कक्ष की सुविधा बनाने हेतु सभी बीएमओ को निर्देशित किया गया। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को उच्च जोखिम प्रसव की पहचान के लिए रेड कार्ड बनाकर उनका नियमित फॉलोअप करने के निर्देश दिये गये।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने स्कूलों में बच्चों को खिलाये जाने वाले आयरन टैबलेट की जानकारी लक्ष्य अनुरूप कम है जिसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी को स्कूल के नोडल अधिकारी से संपर्क कर शत् प्रतिशत दवा सेवन कराने तथा रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये गये। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत अंतागढ विकासखण्ड में ऑनलाइन पोर्टल की समस्या के कारण उपचार एवं जांच की संख्या कम प्रदर्शित हो रही है इस हेतु राज्य नोडल अधिकारी से चर्चा करने एवं कोयलीबेडा विकासखण्ड में प्लान कर आरबीएसके की टीम को स्कूलों में शिवरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये गये। उन्होंने विकासखण्ड चारामा में लक्ष्यानुरूप टीकाकरण की उपलब्धि संतोषजनक नहीं होने पर जिला टीकाकरण अधिकारी को जांच के निर्देश दिये गये। परिवार नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत जिले में महिला नसबंदी हेतु ऑपरेशन कक्ष तैयार करने के लिए चिन्हांकित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक सुविधाओं एवं संसाधनों की जांच करने के निर्देश दिये गये तथा सर्जन की उपलब्धता के आधार पर महिला नसबंदी ऑपरेशन कराने के निर्देश दिये गये। पीपीआईयूसीडी के प्रशिक्षण हेतु सभी बीएमओ को 5 जनवरी 2023 तक कार्ययोजना प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। राष्ट्रीय मलेरिया मुक्त कार्यक्रम  अंतर्गत ऐसे गांव जहां मलेरिया के पॉजिटिव मरीजों की संख्या अधिक है उन गांवों में सर्वेक्षण हेतु एमटीएस को कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने कहा गया। मलेरिया मुक्त कार्यक्रम में सभी ब्लॉक के जनपद पंचायत सीईओ को सहभागी बनाते हुए समन्वय स्थापित कर सहयोग लेने संबंधी निर्देश दिये गये। सभी बीएमओ को समस्त गर्भवती महिलाओं की मलेरिया जांच हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खरे, सिविल सर्जन डॉ. संजय बसाक., डॉ. डीके रामटेके, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेश देव, डॉ. विजय उसेंडी सहित सभी बीएमओ उपस्थित थे।

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