सत्ता मद में डूबी भाजपा अति करने पर उतारू : रिजवी

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 *सत्ता आती-जाती है, जागीर न समझे भाजपा : रिजवी*

रायपुर। दिनांक 03/12/2022। मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि भाजपा एवं उसके नेतागण सत्ता मद में मस्त हैं, मानों उन्हें सत्ता का अमृत प्राप्त हो चुका है। वे नहीं जानते हैं कि वक्त ने बड़े-बड़े सूरमाओं का घमण्ड चूर कर दिया है। इतिहास साक्षी है कि विश्वविजेता सम्राट सिकन्दर हो या अपराजित शासक नेपोलियन हो अथवा त्रेतायुग काल के रामायण का विलेन पात्र रावण हो, उनके भी घमण्ड और ताकत को वक्त के सामने  पराजित होना पड़ा था। वक्त की सच्चाई के सामने किसी का भी घमण्ड एवं दम्भ का अंत होना निश्चित है, पराजित होना ही पड़ता है, वक्त किसी को बख्शता नहीं है। देश को आजाद कराने वाली पार्टी कांग्रेस ने स्वतंत्रता के आन्दोलन में त्याग और बलिदान में कहीं कोई कसर नहीं छोड़ी थी, इस कारण वर्षों सत्ता पर बनी रही और अब उनको भी वर्तमान समय में जनता ने अपदस्थ कर दिया है, लेकिन भाजपाई इतिहास से कोसों दूर हैं।

  रिजवी ने भाजपा को उक्त घटनाक्रमों का हवाला देते हुए चेताया है कि सत्ता का अनुचित लाभ उठाना आगामी लोकसभा चुनाव में भारी पड़ने वाला है। केन्द्रीय ऐजेंसियों जैसे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग (आईटी) तथा सी.बी.आई. के माध्यम से देश की जनता एवं प्रबुद्ध वर्ग निशाना साध रहे हैं, वह सत्ता मद का परिणाम है। इस प्रकार की घटनायें भाजपा को आगाह कर रहे हैं कि अति का अंत होता ही है। जिस दिन भी अति हो जाऐगी, उस दिन सब आईना की तरह साफ हो जायेगा। यह भी सर्वविदित है कि जब भी जिस दल ने अति की है उसे भावी चुनावों में खामियाजा भुगतना पड़ा है। उन्होंने केन्द्र की भाजपा सरकार से पूछा है कि विश्व के जाने माने उद्योगपतियों गौतम अडाणी एवं मुकेश अम्बानी जैसे उद्योगपतियों पर ई.डी., आई.टी. एवं. सी.बी.आई. के छापे क्यों नहीं सुनाई देते हैं? गोदी मीडिया का इन विषयों पर रवैया सदा की भांति एकतरफा ही रहता आया है, जिसने पत्रकारिता जगत को कलंकित कर दिया है।

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