दिव्य कला मेला 2022’ स्वामी विवेकानंद रोड, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के पास (कर्तव्य पथ), इंडिया गेट, नई दिल्ली पर 2 से 7 दिसंबर, 2022 तक आयोजित किया जा रहा है

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इस मेले में 22 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 200 दिव्यांग कारीगर/कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन करेंगे

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार 2 दिसंबर, 2022 को शाम 4.00 बजे इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे

नई दिल्ली (IMNB). सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय देश भर के दिव्यांग उद्यमियों/कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल का प्रदर्शन करने के लिए 2 से 7 दिसंबर, 2022 तक स्वामी विवेकानंद रोड, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति (कर्तव्य पथ) के पास,  इंडिया गेट, नई दिल्ली में  ‘दिव्य कला मेला’का आयोजन कर रहा है। यह कार्यक्रम आगंतुकों को जम्मू और कश्मीर एवं पूर्वोत्तर राज्यों सहित देश के विभिन्न भागों के जीवंत उत्पादों, हस्तशिल्प, हथकरघा, एम्ब्रोएडरी के काम और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ आदि को एक साथ देखने का रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा।

लगभग 22 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 200 दिव्यांग कारीगर/कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन करेंगे। इस मेले में घर की सजावट और जीवन शैली, कपड़े, स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, पैकेज्ड फूड, जैविक उत्पाद, खिलौने और उपहार,व्यक्तिगत सामान-आभूषण, क्लच बैग श्रेणी के उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। यह मेला सभी के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ और दिव्यांग शिल्पकारों द्वारा अपने अतिरिक्त संकल्प के द्वारा बनाए गए उत्पादों को देखने और खरीदने का अवसर प्रदान करेगा।

छह दिवसीय दिव्य कला मेला सुबह 11 बजे से रात्रि 8.00 बजे तक खुलेगा। जिसमें दिव्यांग कलाकारों और जाने-माने पेशेवरों के प्रदर्शनों सहित सांस्कृतिक गतिविधियों की एक श्रृंखला का आयोजन होगा। इस आयोजन में आगंतुक देश के विभिन्न क्षेत्रों के अपने पसंदीदा भोजन का भी लुत्फ उठा सकते हैं।

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार कल शाम (2 दिसंबर, 2022) को 4.00 बजे इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रामदास अठावले और सुश्री प्रतिमा भौमिक भी उपस्थित रहेंगे।

इस विभाग के पास दिव्यांगजनों की कला को बढ़ावा देने की भव्य योजनाएँ हैं, जिनके तहत ‘दिव्य कला मेला’ हर साल आयोजित किया जाएगा और यह दिल्ली तक ही सीमित नहीं होगा, बल्कि पूरे देश में इसका आयोजन किया जाएगा।

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