CG BREAKING : घूसखोरी के 4 मामलों में 5 अफसर रंगे हाथ गिरफ्तार..

Estimated read time 1 min read

Today36garh

छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने सालों बाद की ताबड़तोड़ कार्रवाई

रायपुर/कोंडागांव /बिलासपुर/ अंबिकापुर

  घूसखोरी के मामलों की लगातार शिकायतों के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को प्रदेश में चार मामलों में घूसखोरी की शिकायत पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की। कई सालों बाद राज्य की एसीबी को इतना एक्टिव देखने के बाद शायद राज्य के सरकारी महकमे में फैले भ्रष्टाचार में कमी आ सकती है। जानिए सिलसिलेवार वो चार मामले जिसमें लिप्त 5 अधिकारियों की मौके पर गिरफ्तारी हुई।

मामला -1 कोंडागांव का

कोंडागांव के जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता टीआर मेश्राम के शासकीय आवास में एंटी करप्शन ब्यूरो ने ठेकेदार से रिश्वत लेने के आरोप में छापेमारी की। ठेकेदार ने अधिकारी पर एक्सटेंशन के काम को आगे बढ़ाने के लिए 7 लाख रुपए की राशि मांगने का आरोप लगाया है। अधिकारी से बातचीत को ठेकेदार ने रिकॉर्ड कर लिया और मामले की शिकायत की। अधिकारी को ठेकेदार द्वारा शुक्रवार को पहली किस्त के रूप में 50 हजार रुपए की राशि दी गई। उसी दौरान एसीबी टीम ने कार्रवाई की। अधिकारी के निवास पर दोपहर तक एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बंद कमरे में दस्तावेजों को भी खंगाला।

मामला -2 बिलासपुर का

शिकायत हुई थी कि भू-अर्जन शाखा में पदस्थ राजस्व निरीक्षक संतोष देवांगन ने प्रार्थी से जमीन सीमांकन करने के नाम पर 1 लाख रुपए में सौदा किया था। तहसील कार्यालय में एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर राजस्व निरीक्षक को पैसे लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। घूसखोरी की सूचना प्रार्थी ने एसीबी को दी थी। इसके बाद प्रार्थी सीमांकन के लिए रिश्वत के तौर पर मांगी गई राशि को लेकर बिलासपुर तहसील कार्यालय पहुंचा। जैसे ही राजस्व निरीक्षक संतोष देवांगन के कक्ष में प्रार्थी पहुंचा और राजस्व निरीक्षक को पैसे दिए, एसीबी की टीम ने कमरे में धावा बोला और संतोष देवांगन को रंगे हाथों पकड़ लिया। इस दौरान एसीबी की टीम कानूनगो कार्यालय में आरोपी को बैठाकर घंटों पूछताछ करती रही।

मामला -3 अंबिकापुर का

अंबिकापुर में ग्राम व नगर निवेश कार्यालय के सहायक संचालक(सर्वे) बालकृष्ण चौहान और सहायक मानचित्रकार निलेश्वर कुमार ध्रुव को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इन दोनों अधिकारियों द्वारा रिश्वत की मांग वाड्रफनगर स्थित भूमि के औद्योगिक डायवर्सन कराने के अभिमत देने के लिए की थी। अंबिकापुर के मोमिनपुरा निवासी वसीम बारी को अपने रिश्तेदार सिराजुल हक वाड्रफनगर निवासी से पावर ऑफ एटर्नी मिली है, उनसे नगर निवेश कार्यालय के अधिकारियों द्वारा रिश्वत की मांग अभिमत देने के नाम पर की गई थी। एसीबी टीम की तस्दीक के बाद शुक्रवार को जब मो. वसीम बारी रिश्वत देने कार्यालय पहुंचा, तो एसीबी की टीम कार्यालय के बाहर मौजूद थी और इशारा मिलते ही उन्होंने दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया। सहायक संचालक व सहायक मानचित्रकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

मामला -4 रायगढ़ का

रायगढ़ जिले के घरघोड़ा में वन विभाग के डिप्टी रेंजर को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने पकड़ा है। शिकायत पर बिलासपुर से टीम घरघोड़ा पहुंची थी। तय अनुसार ग्रामीण पैसे देने पहुंचा था, तभी एसीबी की टीम मौके पर पहुंच गई। डिप्टी रेंजर ने 8 हजार रुपए मांगे थे। 3 हजार रुपए अफसर ने पहले ही ले लिए थे। आरोपी ने मुर्गा मारने की सजा के रूप में रुपए की मांग की थी। ग्राम कर्मीभौना के प्रार्थी जगमोहन मांझी ने घूस मांगने की शिकायत की थी। वह जंगल से वापस लौट रहा था, जहां उसे आरोपी मिलन भगत डिप्टी रेंजर घरघोड़ा रेंज द्वारा जंगली मुर्गा मारने के केस में जेल भेजने का डर दिखाकर 8 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours