टोक्यो। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक ने टोक्यो ओलंपिक 2020 के समापन की औपचारिक घोषणा की। वहीं सभी खिलाड़ियों ने 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक में मिलने का वादा किया और खिलाड़ियो ने एक दूसरे से हाथ मिलाकर सभी खेल प्रेमियों को कहा ‘सायोनारा’-फिर मिलेंगे.इस तरह कॅरोना महामारी से जूझते -उबरते काल में भी खेल का यह महाकुम्भ पूर्णतः सफल साबित हुआ।
टोक्यो में करीब 11 हजार एथलीट्स ने 339 इवेंट्स में हिस्सा लिया। समापन समारोह के शुरुआत में मंच पर मेजबान जापान का झंडा लाया गया। सभी देशों के झंडे स्टेडियम में एक गोले में दिखाई दिए। समापन समारोह में कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने तिरंगा थामकर भारतीय दल की अगुवाई की।
इस खेलों के महाकुंभ में 205 देश, 33 खेल, 339 इवेंट्स और 11 हजार से अधिक एथलीट हिस्सा लिए थे। भारत इस ओलंपिक में सात पदक के साथ 48वें स्थान पर रहा। ओलंपिक इतिहास में भारत का यह सबसे शानदार प्रदर्शन है।
खेलों के महाकुंभ में भाग लेने के लिए इस बार भारत की तरफ से सबसे बड़ा दल (128) टोक्यो पहुंचा था, जिन्होंने कुल 18 स्पोर्ट्स इवेंट में हिस्सा लिया था। सभी खिलाड़ियों ने अपना बेस्ट दिया लेकिन कुछ पदक तक पहुंचने से चूक गए लेकिन कुछ ने बाजी मारी और देश को गौरवान्वित किया।
ये रहे हिन्द के सितारे
भारत की ओर से जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड, वेटलिफ्टर मीराबाई चानू और रेसलर रवि दहिया ने सिल्वर मेडल दिलाया। वहीं शटलर पीवी सिंधु, रेसलर बजरंग पूनिया, बॉक्सर लवलिना बोरगोहेन और पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।