Category: लेख-आलेख
जिस के लिये राहुल ने फटा कुर्ता दिखाया आज कोर्ट ने उस बात को सही ठहराया: वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव
छह साल पहले 2016 में 8 नवंबर की ‘दो नंबरियों’ के लिये वो खौफनाक रात थी जब आठ बजे प्रधानमंत्री ने हजार और पांच सौ [more…]
हैप्पी हो न्यू ईयर मौज के साथ संस्कार भी हांे डीयर: वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव
मनाईये नया साल जमकर मनाईये। कोई कसर बाकी न रहे। मनाईये अंग्रेजी नया साल मनाईये। एक तो खुशी के मौके तलाशते रहना चाहिये। तनाव से [more…]
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल शराब, होती है खराब आओ पी-पीकर इसे खतम करें
अंग्रेजी नये साल की शुभकामनाएं। नये साल की शुरूआत में आमतौर पर मौज-मस्ती की जाती है। और मौज-मस्ती का नाम हो और शराब न हो [more…]
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल किसको दूं किसको छोड़ूं एक बड़ा सा गिफ्ट जाने कौन बैठे कुर्सी पे और करेगा शिफ्ट
जवाहर नागदेव वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, चिन्तक, विश्लेषक mo. 9522170700 यही तो मौका होता है जब किसी को पटाने के लिये प्रयास किया जाता है। तोहफा [more…]
कोयले की लूट : इसे कहते हैं क्रोनी कैपिटलिज्म! (आलेख : संजय पराते)
क्रोनी कैपिटलिज्म (परजीवी पूंजीवाद) में कॉरपोरेट किस तरह फल–फूल रहे हैं और प्राकृतिक संसाधनों को लूट रहे हैं, इसका जीता–जागता उदाहरण छत्तीसगढ़ में कोयले [more…]
इज्जत के रंग! बेशर्मी के रंग!(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
भाई बड़ा कन्फ्यूजन है। ये केसरिया रंग की इज्जत बचाने के लिए किस को थैंक यू देना है? मध्य प्रदेश वाले पं. नरोत्तम मिश्र को [more…]
क्या यह न्यायपालिका के खिलाफ युद्ध का ऐलान है? (आलेख : राजेंद्र शर्मा)
मोदी सरकार के कानून मंत्री, किरण रिजजू ने संसद के चालू शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य सभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर [more…]
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम, सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल,,,,ये कैसा चक्रव्यूह है भाई 58 वापस अब 76 की डिमाण्ड बताई 58 को लौटाया तो 76 का बिल पास कर दिया
जवाहर नागदेव, वरिष्ठ पत्रकार,लेखक,चिंतक,विश्लेषक mo 9522170700 सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल [more…]
चुनाव नतीजों के सबक और कारपोरेट चीयरलीडर्स का कोहराम (आलेख : बादल सरोज)
यह मार्केटिंग और चीयर लीडर्स – चीखाओं – का काल है। उन्ही के हाथ में तूती है और गजब की ही बोलती है। इसे [more…]
एक “समृद्ध और जीवित लोकतंत्र” में प्लांटेड षडयंत्र (नज़रिया : बृंदा करात)
G-20 समूह के अध्यक्ष के रूप में भारत के सामने हर दिन नई बाधाएं आती हैं। प्रधान मंत्री के शब्दों में, यह इस बात का [more…]