सशस्त्र सेना झण्डा दिवस और विजय दिवस मनाया गया

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उत्तर बस्तर कांकेर 16 दिसम्बर 2022 ः-कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला की अध्यक्षता में आज सशस्त्र सेना झण्डा दिवस और विजय दिवस मनाया गया।  जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले. कर्नल उदय कुमार टी. (सेवानिवृत्त), अपर कलेक्टर एस. अहिरवार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल तथा भूतपूर्व सैनिकों एवं सैनिकों के विधवा सहित जिला कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी, एनसीसी कैडेट की उपस्थिति में ध्वज प्रतीक लगाकर सशस्त्र झण्डा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा शहीद गणेश राम की माता राजेश्वरी बाई एवं सूबेदार मेजर हरिराम तारम की पत्नी श्रीमती कुंती तारम का शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भूतपूर्व सैनिकों के बेरोजगार बच्चों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विशेष कैंप लगाया जायेगा तथा उन्हें कौशल उन्नयन के प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार तथा स्व-रोजगार उपलब्ध कराये जायेंगे। भूतपूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो भी समस्या हो उन्हें बतायें, जिला प्रशासन द्वारा उनका नियमानुसार निराकरण करने का प्रयास किया जायेगा। भूतपूर्व सैनिकों एवं उनकी विधवाओं एवं बच्चों के लिए समामेलित विशेष निधि में राशि जमा कर योगदान देने वाले जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, खाद्य अधिकारी, खनिज अधिकारी, कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा बधाई दिया गया।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले. कर्नल उदय कुमार टी. (से.नि.) ने कहा कि राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए युद्ध के दौरान अपना बलिदान देने वाले या घायल हुए सैनिकों को सम्मानित करने के लिए 07 दिसम्बर को सशस्त्र झण्डा दिवस एवं 16 दिसम्बर को विजय दिवस और इस वर्ष दिसंबर को गौरव माह के रूप  में मनाया जा रहा है। गौरतलब है कि 16 दिसम्बर 1971 को पाकिस्तानी जनरल नियाजी ने 93 हजार सैनिकों के साथ आत्मसमर्पण किया था।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले. कर्नल उदय कुमार टी. (से.नि.) द्वारा जिले के नागरिकों से अपील किया गया है कि सशस्त्र झण्डा दिवस पर समामेलित विशेष निधि में उदारता से दान करें। इस मद में की गई दान की राशि शत-प्रतिशत आयकर से मुक्त है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष कांकेर जिले को 02 लाख 60 हजार रुपये का लक्ष्य मिला था, जिसके विरुद्ध 03 लाख 05 हजार 150 रुपये की राशि समामेलित विशेष निधि में जमा की गई है। इस वर्ष कांकेर जिले को 03 लाख 03 हजार रुपये का लक्ष्य मिला हुआ है।

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