सीएनआई एकता, सेवा और गवाही का प्रतीक – बिशप

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चों में मंगलवार को चर्च आफ नार्थ इंडिया यानी सीएनआई की 52 वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस मौके पर छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप द राइट रवरेंड अजय उमेश जेम्स ने कहा कि सीएनआई एकता, गवाही और सेवा का प्रतीक है। जनसेवा, शिक्षा और भाईचारे के लिए पूरे देश में 27 डायसिसों द्वारा स्कूल व अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं।
बिशप ने कहा कि हिंदुस्तान में सीएनआई ने भाईचारे का संदेश हर वक्त हर कठिन मौके पर देकर देशभक्ति का नमूना पेश किया है। उन्होंने 29 नवंबर 1970 को सात डिनामिनेशन ने संयुक्त होकर प्रुभ यीशु के संदेश व शिक्षाओं को जन- जन तक लोगों तक पहुंचाने का संकल्प लिया। यह यही वक्त था जब हम स्वपालित हुए। हमने देश के चर्चों को खुद संचालित करने तन, मन, धन से योगादन देने का संकल्प लिया। विदेशी सहायता पूरी तरह बंद हुई। आराधना का संचालन पादरी अजय मार्टिन ने किया। इस मौके पर सीएनआई की 52 वीं वर्षगांठ के प्रतीक के रूप में केक काटा गया। डीकन मारकुस केजू, डीकन अब्राहम दास, डीकन के. खुंटे, डीकन ए. कोरी समेत पास्ट्रेट कमेटी, महिला सभा, क्वायर, संडे स्कूल व कई कलीसियाओं के सदस्य शामिल हुए। डायसिस के प्रवक्ता जॉन राजेश पॉल, चर्च सचिव मनशीष केजू, कोषाध्यक्ष जेवियर प्रकाश श्रम मंडल के सदस्य सुरेश मसीह, अनिल सालोमन, आशीष चौरसिया, माला पॉल, जॉनसन मसीह, अगस्टिन दास, दीपक गिड़ियन, सपना मसीह, अंजली माला दास, नवनीत जॉन, वीके कासु, विभोर सिंह, आकाश फ्रेकलिन, शोमरोन केजू, रजनीश सोलोमन, दीपक बाघ, प्रवीण जेम्स, सनातन सागर, किट्टू प्रकाशआदि भी शामिल हुए।

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