देश को छत्तीसगढ़ी संस्कृति से रूबरू कराने रिखी का दल पहुंचा दिल्ली

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रायपुर। प्रगति मैदान नई दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में 18 से 20 नवंबर तक संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन की ओर से छत्तीसगढ़ी संस्कृति को प्रदर्शित करते मंचीय प्रस्तुतियां रखी गई हैं। जिसमें प्रख्यात लोक वाद्य संग्राहक और लोक कलाकार रिखी क्षत्रिय अपने 25 कलाकारों के दल के साथ नई दिल्ली पहुंचे हैं। जहां वह पारंपरिक लोकनृत्य काकसाड़, परब, माड़ी, करमा, बैगा, करमा व सुआ आदि की प्रस्तुति देंगे। वही 21 नवंबर को प्रगति मैदान के ऑडिटोरियम में छत्तीसगढ़ राज्य उत्सव मनाया जाएगा। जिसके मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे,वही इस आयोजन में छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत भी विशेष रूप से मौजूद रहेंगे।
इस आयोजन में रिखी क्षत्रिय छत्तीसगढ़ के पारंपरिक लोक नृत्य गीत-संगीत देवार करमा, गोंडी करमा, भोजली, गौरा-गौरी, सुआ व आंगा देव आदि की रंगारंग प्रस्तुति देंगे। इस दौरान उनके सहयोगी कलाकारों में राम कुमार पाटिल संगीतकार, कुलदीप शर्मा गायक, दिनेश वर्मा गायक, हेमराज सिन्हा गायिका, प्रियांशी महिमा, अजय उमरे, डोरेलाल गुड्डू, भोला राजेश, अजीत, कमल, प्रदीप, पारस, प्रमोद, संजीव, रंजीत, नवीन, भरत, नेहा, साधना, जयलक्ष्मी, अनुराधा, शशि, प्रेमलता व भुवनेश्वरी आदि शामिल है। सभी कलाकार अपनी प्रस्तुति के लिए नई दिल्ली पहुंच चुके हैं।

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